तुझसे दूर माँ, तेरा बेटा कैसे रह पायेगा !
मै कही भी रहू , तेरा आँचल ही याद आएगा !!
छूने आया आसमा, पर आसमा से क्या पाऊंगा,
मौत आयेगी एक दिन, मिट्टी में मिल जाऊँगा !
तेरी ममता को छोड़, गर दूर कही जाऊँगा,
सब कुछ पाके भी मैं सब कुछ खो जाऊँगा !
तेरे कदमो में ही बस अब चैन आयेगा !
मै कही भी रहू , तेरा आँचल ही याद आएगा !!
ये सारी दुनिया झूठी, ये सारे भी नाते झूठे ,
फर्क नही पड़ता कोई , गर सब मुझसे रूठे !
तुझे है कसम माँ, तू ना रूठना मुझसे कभी,
तेरा बेटा हूँ मैं , अच्छा नहीं, बुरा ही सही !
तेरे गुस्से में भी मुझे प्यार नज़र आएगा !
मै कही भी रहू , तेरा आँचल ही याद आएगा !!
तुझसे दूर माँ, तेरा बेटा कैसे रह पायेगा !
मै कही भी रहू , तेरा आँचल ही याद आएगा !!
And that's what weekends are made up of
11 years ago
thnx.......
ReplyDeleteOye maa waale maan ki khushiyon kaa dhyaan rakh shaadi kar lee
ReplyDeleteTere shaadi ke sapno ko sanjoye hai vo
kab tak un sapno ko dohraayegi
Kar le kamine :)